हम नीले आसमा के ओर उड़ते है
तब हरि धरती बुला लेती है
धरती पे लपक जाते है
तो नीला आसमा बुलाने लगता है
हम कहिके नही रहे
इस कशमकश में
ना अपनो के
ना ही खुद के
नही अपने जमीर के…
हम नीले आसमा के ओर उड़ते है
तब हरि धरती बुला लेती है
धरती पे लपक जाते है
तो नीला आसमा बुलाने लगता है
हम कहिके नही रहे
इस कशमकश में
ना अपनो के
ना ही खुद के
नही अपने जमीर के…